नमस्कार दोस्तो,
स्वागत है आप सब का हमारे वेबसाइट पर, आज हम बात करेंगे कर्पूरी ठाकुर के बारे में जिन्हें हाल ही में भारत रत्न मिलने (KARPOORI THAKUR received BHARAT RATNA AWARD in 2024) का ऐलान हुआ है। तो आइए जानते है कर्पूरी ठाकुर कौन थे?, उनका जन्म कहा हुआ?, उनका योगदान क्या था, उन्होंने अपने जीवन काल में किस तरह कि राजनीति को आगे बढ़ाया? , इन सारे सवालों का जवाब आज मैं अपने पोस्ट में बताऊंगी तो कृपया हमारे पोस्ट पूरा और ध्यान से पढ़ें।
कर्पूरी ठाकुर (KARPOORI THAKUR received BHARAT RATNA AWARD in 2024):
कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 में हुआ था और उनकी मृत्यु 17 फरवरी 1988 में हुआ था। यह एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो बिहार के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में रहें। इन्हे लोग अपना हीरो मानते थे। 23 जनवरी 2024 को भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्पूरी ठाकुर को 26 जनवरी 2024 को भारत रत्न से सम्मानित करने का एलान किया गया है।
कर्पूरी ठाकुर का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले में हुआ था। इनके पिता का नाम गोकुल ठाकुर और माता का नाम रामदुलारी देवी था। यह नाई समुदाय से थे। एक छात्र के रूप में वो ‘ भारत छोड़ो आन्दोलन ‘ में शामिल होने के लिए अपना कॉलेज भी छोड़ दिया। इनका भारत के आजादी में महत्व रोल था। इन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के लिए 26 महीना जेल में बिताई।
भारत को आजादी मिलने के बाद, ठाकुर ने अपने गांव के स्कूल में शिक्षक के रूप में काम किया।
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का कारण क्या है ?
देश में कुछ दिनों बाद लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इससे पहले केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की है। ऐसे में इस फैसले को राजनीति से जोड़ा जा रहा है।
केंद्र सरकार का यह फैसला कई मायनों में अहम है। कारण कि यह वर्ष कर्पूरी ठाकुर का जन्मशताब्दी वर्ष है। सभी दल अपने-अपने हिसाब से उनकी जयंती मनाने के लिए समारोह-कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
देश के सभी दल, खासतौर पर बिहार की राजनीतिक पार्टियां खुद को कर्पूरी ठाकुर की सियासी जमीन और प्रभाव के करीब दिखाने की कोशिश में हैं। चुनावों के नजदीक आने पर ऐसा होना स्वाभाविक भी है। लेकिन इस सम्मान के ऐलान के बाद बिहार और सभी लोग खुश नजर आ रहे हैं।
इस क्रम में बुधवार को भाजपा ने पटना के साथ दिल्ली में भी बड़ा कार्यक्रम रखा है। विज्ञान भवन में हो रहे इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह होंगे।
माना जा रहा है कि कर्पूरी के सहारे बिहार में भाजपा ने अपनी चुनावी लाइन को स्पष्ट करने की दिशा में बड़ा संकेत दिया है। इधर, बिहार में पहले से गठबंधन सरकार चला रहे राजद और जदयू भी बड़े कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
जदयू ने पहले ही कर्पूरी के गांव एवं पटना में चार दिनों के कार्यक्रम की तैयारी कर रखी है।
बिहार में इन कार्यक्रम के जरिए करीब-करीब सभी छोटे-बड़े दल कर्पूरी को अपना बता रहे है। वह अंत्योदय समाज के प्रति जननायक के योगदान को याद कर रहे हैं। सभी ठाकुर के असली वारिस होने का दावा कर रहे हैं।
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की क्या है प्रतिक्रिया?
भारत रत्न देश का सबसे बड़ा सम्मान है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह सम्मान देने की घोषणा के बाद उन्हें सामाजिक न्याय का पथप्रदर्शक बताया है। पीएम मोदी जी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को यह सम्मान उनके योगदान के लिए तो है ही, लेकिन यह एक न्याय पूर्ण समाज के लिए काम करते रहने के लिए भी हमें हमेशा प्रेरित करेगा।
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में कहा है कि केंद्र सरकार ने बिलकुल सही फैसला लिया है। JDU (जानता दल United) की सालों पुरानी मांग अब पूरी हो गई है। वो इस सम्मान की घोषणा से बहुत खुश है।
Conclusion :
मुझे उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़कर पता चल गया होगा की कर्पूरी ठाकुर कौन थे?, उनका योगदान क्या था?
आपको जानकारी कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं अगर कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करें। यदि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों में जरूर share करें।
धन्यवाद!
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