Boycott Maldives 2024,Maldives से क्यों हो रहा Lakshadweep की तुलना , Breaking News, Maldives के नेताओ ने उड़ाया मजाक:

नमस्कार दोस्तों,

आज कल लोग Maldives को boycott क्यों कर रहे है , Maldives से क्यों हो रहा Lakshadweep की तुलना के बारे में बहुत चर्चे हो रहे है (Boycott Maldives 2024) उसकी पीछे भी बहुत बड़ी वजह है,तो आप इसके बारे में जानना चाहते है तो आइए विस्तार में जानते है। मैं उम्मीद करूंगी कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको कही और जानकारी लेने की जरूरत ना पड़े इसीलिए आप इसे ध्यान से पढ़ें।

Boycott Maldives 2024 Lakshadweep & Maldives (Maldives से क्यों हो रहा Lakshadweep की तुलना) :

आजकल हर जगह मालदीव और लक्षद्वीप कि ही बाते हो रही है। हर जगह मालदीव को boycott करने को बोला जा रहा है। मालदीव बॉयकॉट का मुद्दा उठने के बाद लोग लक्ष्‍द्वीप जाने का प्लान बना रहे हैं। अगर आप भी वहां जाने के बारे में सोच रहे हैं तो जान लीजिए कि किन चीजों की आवश्‍यकता होगी और कितना खर्च आएगा।

Maldives से क्यों हो रहा Lakshadweep की तुलना :

जब से मालदीव में राष्ट्रपति का पद मोहम्मद मुइज्जू के हाथ लगा है तब से लगातार भारत और मालदीव का संबंध तनावपूर्ण होते जा रहा है। आजकल जो ताजा बहस पीएम मोदी के द्वारा lakshdweep दौरे का तस्वीर share करने से start हुआ। प्रधानमंत्री मोदी लक्षद्वीप के समुद्र तट का मनोरम दृश्य शेयर करते हुए लोगों को लक्षद्वीप भ्रमण का सुझाव दिया।

देखते ही देखते तस्वीर वायरल हो गई इस तस्वीर पर कई लोगों की प्रतिक्रिया सकारात्मक रहीं तो कई लोगों ने कहा अब भारतीयों को मालदीव नहीं लक्षद्वीप जाना चाहिए।

पर इस तस्वीर को देखकर मालदीव के कुछ नेताओं और मंत्रियों को अच्छा नहीं लगा और उन्होंने आपत्तिजनक ट्वीट (tweet) किए।

Lakshadweep

Maldives के नेताओ ने उड़ाया मजाक:

जब नरेंद्र मोदी द्वारा लक्षद्वीप का सुंदर फोटो शेयर किया तब मालदीव के कुछ नेताओं ने मोदी का उड़ाया मजाक।
वहां के मंत्री मरियम शिउना (Mariyam Shiuna) ने मोदी को इसराइल का गुलाम का साथ ही साथ लक्षद्वीप का मजाक भी उड़ाया। इसके अलावा मालदीव के नेता मालसा शरीफ (Malsha Sharif) और अब्दुला महजूम माजिद (Abdulla Mahzoom Majidh) भी भारत को भला बुरा कहा।

जाहिद रमीज (Zahid Ramij) मालदीव सीनेट की प्रोग्रेसिव पार्टी के सदस्य रहें है। उनका कहना था कि मोदी का यह कदम बढ़िया है पर हमसे मुकाबला करना संभव नहीं है भारतीय इतनी साफ कैसे हो सकते हैं। उनके कमरों से बराबर बदबू आती है जो इस राह में बड़ी रुकावट है।

Boycott Maldives 2024

जब से मालदीव में राष्ट्रपति का पद मोहम्मद मुइज्जू के हाथ लगा है तब से लगातार भारत और मालदीव का संबंध तनावपूर्ण होते जा रहा है। आजकल जो ताजा बहस पीएम मोदी के द्वारा lakshdweep दौरे का तस्वीर share करने से start हुआ। प्रधानमंत्री मोदी लक्षद्वीप के समुद्र तट का मनोरम दृश्य शेयर करते हुए लोगों को लक्षद्वीप भ्रमण का सुझाव दिया।

देखते ही देखते तस्वीर वायरल हो गई इस तस्वीर पर कई लोगों की प्रतिक्रिया सकारात्मक रहीं तो कई लोगों ने कहा अब भारतीयों को मालदीव नहीं लक्षद्वीप जाना चाहिए।

पर इस तस्वीर को देखकर मालदीव के कुछ नेताओं और मंत्रियों को अच्छा नहीं लगा और उन्होंने आपत्तिजनक ट्वीट (tweet) किए।

मालदीव के इस तरह के ट्वीट पर भारतीयों की ओर से भी गुस्से का इजहार किया गया maldive boycott स्टार्ट हो गया और कई नामचिन व्यक्ति जैसे अक्षय कुमार, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, श्रद्धा कपूर जैसे लोगों ने मालदीव कि जगह लक्षद्वीप के समर्थन में ट्वीट किया और मालदीव से आने वाली प्रतिक्रिया पर आपत्ति जताई।

इतना मामला बढ़ता देख मालदीव की विदेश मंत्री मूसा जमीर (Musa Jamir) ने इस पूरे विवाद पर कहा कि ” विदेशी नेता और पड़ोसी देश पर जो टिप्पणियां की गई है, उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता है ” और उन्होंने मरियम समेत तीन मंत्रियों को उसे मंत्री को निलंबित कर दिया।

इन सब घटना के बीच भारत में कई लोगों ने मालदीव के टिकट cancel कर दिए गए, कई उड़ाने रद्द हो गई। Bhut सारे लोगो ने boycott Maldives का trend भी चलने लगा।मालदीव में आने वाले पर्यटकों में सबसे ज्यादा भारतीय ही होते हैं। मालदीव की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है यहां का 25% आर्थिक आय पर्यटन से होता है।

अच्छी बात यह है कि मालदीव की कई नेता भारत के समर्थन में बयान दिया। साथ ही साथ दोषी नेताओं को माफी मांगने की भी सलाह दिया गया।मालदीव का ‘माल’ शब्द मलयालम की ‘माला’ से आया हुआ है, यहां माल का अर्थ माला से है और ‘देव’ का अर्थ ‘दीपक’ से है अर्थात ‘मालदीव’ का अर्थ ‘दीपों की माला’ से है।

मालदीव के समुद्री तत्वों की सुंदरता मन भावन है। यह नीले समुद्री पानी, सफेद बालु का तट और चारों तरफ हरियाली से भरा हुआ है। यहां बहुत सुंदर-सुंदर रिजॉर्ट है इसलिए यहां लोग घूमने आते हैं।

Mohamed Aslam ने कहा :

मालदीव के संसद के स्पीकर मोहम्मद असलम ने सोशल मीडिया पर लिखा कुछ उपमंत्रियों कि पीएम मोदी पर हो गई आपत्तिजनक टिप्पणी “मालदीप के लोगों की सोच नहीं है”। भारत और मालदीव सम्मान , सहयोग साझा करते हैं। जिससे दोनों को फायदा होता है। लिए इस रिश्ते को और मजबूत करते हुए आपसी संबंध बेहतर बनाते हैं।

Ahmed Adeeb ने कहा :

अहमद अदीप जी की मालदीव के पूर्व पर्यटन मंत्री हैं वह कहते हैं, ” शांति, सौहार्द, सहिष्णुता और आतिश्य सत्कार के उसूलों पर हमने मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री को बनाया है। वैश्विक ब्रैन्डस और निवेश के जरिए हम यहां तक पहुंचे हैं, इनमें भारत से मिले सहयोग भी शामिल है। तब जाकर हमें सफलता मिली है और हम मालदीव को luxury Resort destination में बदल पाए।

Hussain Shaheem ने कहा :

मालदीव के सांसद हुसैन शाहीम कहते हैं, “भारत हमेशा मालदीव का दोस्त और करीबी सहयोगी रहा है, सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की टिप्पणियां निद्नीय है”।

Ahmed Mahloof ने कहा :

अहमद महलूफ पूर्व खेल मंत्री हैं वो लिखते हैं, “पड़ोसी देश पर की टिप्पणि के बाद पैदा हुए विवाद से में काफ़ी चिंतित हूं, भारतीयों के मालदीव का बहिष्कार करने का हमारी अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर होगा। ऐसे किसी अभियान से उबर पाना हमारे लिए मुश्किल रहेगा। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस मामले के जल्द सुलझाएं। भारत सदैव हमारा करीबी पड़ोसी रहेगा, हम भारत और भारतीयों से प्यार करते हैं और मालदीव में हमेशा उनका स्वागत है। मैं पीएम मोदी और भारतीयों से माफी मांगता हूं।

Lakshadweep

मालदीव का इतिहास:

मालदीव का ‘माल’ शब्द मलयालम की ‘माला’ से आया हुआ है, यहां माल का अर्थ माला से है और ‘देव’ का अर्थ ‘दीपक’ से है अर्थात ‘मालदीव’ का अर्थ ‘दीपों की माला’ से है।

1965, में अंग्रेजों से आजाद होने के बाद यहां राजशाही था, पर 1968 में इसे गंतव्य घोषित कर दिया गया। मालदीव भारत के दक्षिण पश्चिम में स्थित स्थित है। भारत के शहर कोच्चि से मालदीव की दूरी करीब 1000 किलोमीटर है। मालदीव 1200 द्विपो का देश है। मालदीव का क्षेत्रफल 300 वर्ग किलोमीटर है। यह दिल्ली का पांचवा हिस्सा है। यहां की आबादी करीब चार लाख है।

मालदीव लोग क्यों घूमने आते है ?

मालदीव के समुद्री तत्वों की सुंदरता मन भावन है। यह नीले समुद्री पानी, सफेद बालु का तट और चारों तरफ हरियाली से भरा हुआ है। यहां बहुत सुंदर-सुंदर रिजॉर्ट है इसलिए यहां लोग घूमने आते हैं।

Conclusion:

आपको जानकारी कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं अगर कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करें। यदि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों में जरूर share करें।

ताकि, उन्हें भी लक्षद्वीप और मालदीव के पूरे विवाद के बारे में जानकारी मिल पाए और उन्हें भी ऐसी बहुत सारी नया जानकारी के बारे में पता चलते रहे जिनसे उनकी help हो सकें।

FAQ’ s :

Q1. मालदीव लोग क्यों घूमने आते है ?

उत्तर: मालदीव के समुद्री तत्वों की सुंदरता मन भावन है। यह नीले समुद्री पानी, सफेद बालु का तट और चारों तरफ हरियाली से भरा हुआ है। यहां बहुत सुंदर-सुंदर रिजॉर्ट है इसलिए यहां लोग घूमने आते हैं।

Q2. मालदीव का capital और currency क्या है?

उत्तर: मालदीव का capital “Male”है और इसका currency “Maldivian rufiyaa” है।

Q3. लक्षद्वीप का Capital क्या है?

उत्तर: लक्षद्वीप का Capital “Kavaratti” है।

Q4. Maldives Boycott 2024 kya है?

उत्तर: जब मोदी के द्वारा लक्षद्वीप के फोटो share करने पर मालदीव के कुछ नेताओ ने कहा कि “मोदी का यह कदम बढ़िया है पर हमसे मुकाबला करना संभव नहीं है भारतीय इतनी साफ कैसे हो सकते हैं, उनके कमरों से बराबर बदबू आती है जो इस राह में बड़ी रुकावट है”। और मजाक उड़ाया इसके बाद मालदीव के इस तरह के ट्वीट पर भारतीयों की ओर से भी गुस्से का इजहार किया गया। Maldive Boycott स्टार्ट हो गया और कई नामचिन व्यक्ति जैसे अक्षय कुमार, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, श्रद्धा कपूर जैसे लोगों ने मालदीव कि जगह लक्षद्वीप के समर्थन में ट्वीट किया और मालदीव से आने वाली प्रतिक्रिया पर आपत्ति जताई।
बहुत सारे टिकट cancel कर दिए गए, flight रद कर दी गई, जिससे मालदीव का नुकसान होने लगा।अंततः मालदीव ने उन मंत्रियों को निलंबित कर दिया।

धन्यवाद!

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